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सोने का मृत्यु स्वरूप - Death Redefined

खज़ाने की आख़िरी कीमत – The Price of Greed

सोने का मृत्यु स्वरूप एक दिन एक सन्यासी गाँव की सड़क पर दौड़ रहा था। वह पूरी रफ्तार से भाग रहा था। लगता था मानो कोई उसका पीछा कर रहा हो। दौड़ते हुए वह हाँफ रहा था और उसका चेहरा भय से सफेद पड़ गया था। तीन गाँव के युवक – विजय, राजा और अरुण […]

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सिंहासन बत्तीसी कथा 21 – चंद्रज्योति की कथा

सिंहासन बत्तीसी कथा 21 अगली सुबह जब राजा भोज पुनः उस दिव्य सिंहासन पर बैठने का प्रयत्न करने लगे, तो उसी क्षण उनके सामने इक्कीसवीं पुतली चंद्रज्योति प्रकट हुई। वह चमकती हुई रौशनी की तरह उनके सम्मुख अवतरित हुई और मनोहर स्वर में बोली कि वह विक्रमादित्य के पवित्र और शक्तिमान सिंहासन की इक्कीसवीं पुतली […]

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रात-का-नीला-घोड़ा---The-Blue-Horse-of-Night

रात का नीला घोड़ा – The Blue Horse of Night

रात का नीला घोड़ा रात का समय था और पूरा जंगल हल्की नीली रोशनी से भरा हुआ था क्योंकि परी नीलिमा अपनी रात की तैयारी कर रही थी। नीलिमा एक छोटी लेकिन बहादुर, दयालु और बेहद प्यारी परी थी, जो हर रात आसमान में उड़कर तारों की देखभाल करती थी। उसका सबसे खास साथी था […]

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विक्रम-और-बेताल-Vikram-and-Betal

विक्रम और बेताल: वचन की ताकत भाग बाईस

विक्रम और बेताल: वचन की ताकत घना जंगल अंधेरे में डूबा हुआ था। पेड़ों की परछाइयाँ हिलती हुई प्रतीत होती थीं और हवा में एक अनजाना भय तैर रहा था। राजा विक्रम अपने मजबूत कदमों के साथ श्मशान की ओर बढ़ रहे थे, जहाँ बेताल फिर से उसी पेड़ से उलटा लटका हुआ था। जैसे […]

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अयोध्याकाण्ड की पावन कथा – 4

अयोध्याकाण्ड की पावन कथा और श्रीराम के राज्याभिषेक की तैयारी श्रीराम के अनेक सद्गुण थे। वे सुन्दर स्वरूप एवं मनोहर व्यवहार वाले थे। उनकी वाणी कोमल तथा स्नेहपूर्ण थी। यदि कोई उन्हें डाँटता तो वे कभी भी उसी प्रकार उत्तर नहीं देते थे। उन्हें प्राप्त सहायता चाहे छोटी हो या बड़ी, सदैव स्मरण रहती थी। […]

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उड़ने-वाला-जूता-और-बहादुर-बच्चा---Flying-Shoe-and-the-Brave-Child

उड़ने वाला जूता और बहादुर बच्चा – Flying Shoe and the Brave Child

उड़ने वाला जूता और बहादुर बच्चा एक हरी और शांत पहाड़ी की ढलान पर बसे छोटे से गांव में आरव नाम का एक बच्चा रहता था, जो अपने गांव में अपनी बहादुरी, दया, और सीखने की चाह के लिए जाना जाता था। आरव का परिवार साधारण था, घर मिट्टी और लकड़ी से बना था, और […]

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Kirata-Arjuneeyam---किरातार्जुनीयम्

किरातार्जुनीयम् – Kirata Arjuneeyam

किरातार्जुनीयम् पांडव वीर अर्जुन अद्वितीय धनुर्धर थे, किन्तु उनमें भक्ति या श्रद्धा का नितांत अभाव माना जाता था। अपनी असीम शक्ति और कौशल के मद में वे ईश्वर की भक्ति को अनावश्यक समझते थे। इसी अभिमान को तोड़ने के लिए भगवान शिव ने ‘किरातार्जुनीयम्’ की लीला रची—एक ऐसा युद्ध जहाँ अर्जुन का प्रतिद्वंद्वी स्वयं महादेव […]

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Childhood Love

बचपन का अनमोल रिश्ता – Story Of Childhood Bond

एक छोटे से गाँव में दो प्यारे बच्चे रहते थे — आरव और सिया। दोनों का घर एक ही गली में था, और दोनों की उम्र भी लगभग बराबर थी। हर सुबह आरव अपनी स्लेट और किताबें लेकर स्कूल जाता, और रास्ते में सिया से जरूर मिलता। सिया के बाल दो सुंदर चोटियों में बंधे […]

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राम-नाम-का-मोक्षदायी-प्रभाव---King-of-Kasi

राम नाम का मोक्षदायी प्रभाव – King of Kashi

राम नाम का मोक्षदायी प्रभाव काशी या वाराणसी भारत की एक महान पुण्य स्थली है, जहाँ पवित्र गंगा नदी में स्नान कर मनुष्य अपने पापों को धोता है। अपने पूर्व जन्मों के कुछ पापों के प्रभाव से मुक्ति पाने के लिए काशी के राजा भगवान नारायण की आराधना कर रहे थे। तब महर्षि नारद प्रकट […]

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singhasan-battisi-story-27-in-hindi

सिंहासन बत्तीसी कथा 27 – मलयावती की कथा

सिंहासन बत्तीसी कथा 27 मलयावती, जो राजा विक्रमादित्य के सिंहासन की सत्ताइसवीं गुड़िया थी, राजा भोज के सामने प्रकट होकर स्वयं का परिचय देते हुए बोली, “मेरा नाम मलयावती है। मैं उन बत्तीस अद्भुत गुड़ियों में से एक हूँ जिनमें विक्रमादित्य की अद्भुत स्मृतियाँ और प्रेरणादायक प्रसंग सुरक्षित हैं। हमारे स्वामी अतुलनीय विद्वान, दयालु, धर्मनिष्ठ […]

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